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नीमच जिले के छोटे से गाँव रतनगढ़ की गलियों से निकलकर एक युवा देश का इतना बड़ा डॉक्टर बन जाएगा यह किसी ने नहीं सोचा होगा जी हाँ हम आपको बता रहे है एक ऐसे युवा के बारे में जो देश के एक बड़े कैंसर स्पेशलिस्ट डॉक्टर बनकर नीमच का नाम रोशन कर रहे हैं
नीमच जिले के छोटे से गाँव रतनगढ़ की गलियों से निकलकर एक युवा देश का इतना बड़ा डॉक्टर बन जाएगा यह किसी ने नहीं सोचा होगा जी हाँ हम आपको बता रहे है एक ऐसे युवा के बारे में जो देश के एक बड़े कैंसर स्पेशलिस्ट डॉक्टर बनकर नीमच का नाम रोशन कर रहे हैं
रतनगढ़ के कृषि विभाग में सहायक विस्तार अधिकारी हाजी इस्माइल खान के बेटे जुबेर खान ने रतनगढ़ के एक छोटे से विद्यालय से अपने करियर की शुरुआत की गाँव के सेफिया मिडिल स्कूल से पढ़ाई कर उसके बाद रतनगढ़ से ही अपनी हाई सेकेंडरी की पढ़ाई ख़त्म कर इंदौर चले गए जंहा से इन्होने एमजीएम् एमबीबीएस करके अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से एम् एस किया और सीनियर रेसीडेंसी नैनीताल से करके इन्होने ने कोयम्बटूर से हेड एन नेक की सर्जरी में फ्लोशिप की
डॉ.जुबेर खान के दो इंटरनेशनल रिसर्च पेपर भी पब्लिश हुए जिसमे एक पेपर हेड एन्ड नेक कैंसर में अमेरिकन जनरल तथा दूसरा थाइरेट कैंसर पर यूरोपियन जनरल में पब्लिश हुए
अभी डॉ. जुबेर हेड एन नेक में स्लोन कैंसर सेंटर USA से नयी फ्लोशिप कर रहे है अपनी आगे की पढ़ाई कर डॉक्टर जुबेर देश को बेहतरीन कैंसर स्पेशलिस्ट डॉक्टर की सेवा देना चाहते हैं डॉ जुबेर खान की यूके और यूएसए से भी बुलावा है लेकिन वे भारत में ही अपनी सेवा देना चाहते हैं
डॉक्टर जुबेर खान का कहना हैं की समाज के अन्य हिस्सों के साथ चिकित्सा के क्षेत्र में भी गिरावट आयी है यह गिरावट का बड़ा कारण कॉर्पोरेट का इस पेशे में इन्वॉल्वमेंट है
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