सत्या प्रजापति की ख़बर
===============
सतना। स्कूल में शिक्षक की रासलीला: छात्राओं को बुलाकर मोबाइल में दिखाते हैं गंदी फिल्म, अविभावकों ने स्कूल पहुंचकर शिक्षक को दी हिदायत
सीधी। हमारे जहां समाज में शिक्षक को भगवान का दर्जा दिया जाता है, उस समाज में भगवान रूपी शिक्षक राक्षसी कृत्य कर रहे हैं। ऐसा ही मामला शहर में संचालित शासकीय आदर्श कन्या हाईस्कूल में सामने आया है। एक शिक्षक की हरकत को लेकर अविभावक पशोपेश में हैं कि इन शिक्षकों के साथ बच्चियां कैसे सुरक्षित रह सकती हैं।
जहां शिक्षक छात्राओं को बुलाकर कक्षा में ही मोबाइल पर गंदी फिल्म दिखा रहे हैं। वहीं प्राचार्य उस शिक्षक पर कार्रवाई करने की जगह मामले को दवाने के प्रयास में जुटे हुए हैं। अविभावक स्कूल पहुंचकर शिक्षक की हरकत को बता रहे हैं लेकिन प्राचार्य का कहना है कि शिक्षक ने ऐसी हरकत नहीं की गई है। जिससे इन दिनों स्कूल विवाद का अखाड़ा बन चुका है।
ये है आरोप
शासकीय आदर्श कन्या हाईस्कूल में अध्ययनरत छात्राओं ने बताया कि गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह के लिए स्कूल की 60 बच्चियों को पीटी व परेड के लिए रोजाना छत्रसाल स्टेडियम भेजा जाता था। सब बच्चों के जाने के बाद केवल पांच-छह बच्चियां ही शेष बचती थी। जिन्हें कक्षा में बैठकर स्कूल में पदस्थ एक शिक्षक ने बुलाकर मोबाइल पर गंदी-गंदी फिल्में दिखाई जाती थी। यह क्रम करीब 10 दिनों तक चला। थक-हारकर लड़कियों ने घर जाकर अपने-अपने परिजनों को शिक्षक के कृत्य की जानकारी दी। टीचर की हरकत सुनकर महिलाएं आग-बबूला हो गई। तुरंत स्कूल पहुंचकर प्राचार्य को इसकी जानकारी दी। तब शिक्षक ने मोबाइल पर छात्राओं को गंदी फिल्म दिखाने की करतूत बंद की।
पूर्व मे भी आ चुका है मामला सामने
स�
===============
सतना। स्कूल में शिक्षक की रासलीला: छात्राओं को बुलाकर मोबाइल में दिखाते हैं गंदी फिल्म, अविभावकों ने स्कूल पहुंचकर शिक्षक को दी हिदायत
सीधी। हमारे जहां समाज में शिक्षक को भगवान का दर्जा दिया जाता है, उस समाज में भगवान रूपी शिक्षक राक्षसी कृत्य कर रहे हैं। ऐसा ही मामला शहर में संचालित शासकीय आदर्श कन्या हाईस्कूल में सामने आया है। एक शिक्षक की हरकत को लेकर अविभावक पशोपेश में हैं कि इन शिक्षकों के साथ बच्चियां कैसे सुरक्षित रह सकती हैं।
जहां शिक्षक छात्राओं को बुलाकर कक्षा में ही मोबाइल पर गंदी फिल्म दिखा रहे हैं। वहीं प्राचार्य उस शिक्षक पर कार्रवाई करने की जगह मामले को दवाने के प्रयास में जुटे हुए हैं। अविभावक स्कूल पहुंचकर शिक्षक की हरकत को बता रहे हैं लेकिन प्राचार्य का कहना है कि शिक्षक ने ऐसी हरकत नहीं की गई है। जिससे इन दिनों स्कूल विवाद का अखाड़ा बन चुका है।
ये है आरोप
शासकीय आदर्श कन्या हाईस्कूल में अध्ययनरत छात्राओं ने बताया कि गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह के लिए स्कूल की 60 बच्चियों को पीटी व परेड के लिए रोजाना छत्रसाल स्टेडियम भेजा जाता था। सब बच्चों के जाने के बाद केवल पांच-छह बच्चियां ही शेष बचती थी। जिन्हें कक्षा में बैठकर स्कूल में पदस्थ एक शिक्षक ने बुलाकर मोबाइल पर गंदी-गंदी फिल्में दिखाई जाती थी। यह क्रम करीब 10 दिनों तक चला। थक-हारकर लड़कियों ने घर जाकर अपने-अपने परिजनों को शिक्षक के कृत्य की जानकारी दी। टीचर की हरकत सुनकर महिलाएं आग-बबूला हो गई। तुरंत स्कूल पहुंचकर प्राचार्य को इसकी जानकारी दी। तब शिक्षक ने मोबाइल पर छात्राओं को गंदी फिल्म दिखाने की करतूत बंद की।
पूर्व मे भी आ चुका है मामला सामने
स�
0 Comments