अख़बार स्पेशल: आज भी पानी के लिए तरस रहे जावद RJS गोकुलधाम के निवासी



चाहे कोई भी कारण रहा हो RJS के स्कूल से कॉलोनी में तब्दील होने का; पर पिछले कई वर्षों से यह कॉलोनी नगर पंचायत जावद में दर्ज एक रजिस्टर्ड कॉलोनी है तथा इसके सभी निवासी या जिन्होंने इसमें ज़मीन ख़रीदी है उन सब के पास नगर पंचायत जावद के नामान्तरण भी है।

फिर यह कैसी विडम्बना है।
फिर यह कैसी समस्या है।

न तो कॉलोनी निवासियो के पास पीने के पानी की सुविधा है और न ही स्ट्रीट लाइट की, न यहाँ कोई साफ़-सफ़ाई होती है और न ही कचरा उठाने के लिए गाड़ी आती है; क्या यह नगर पंचायत का कर्तव्य नहीं है, या फिर ये कॉलोनी जावद नगर पंचायत में नहीं है।

ये कॉलोनी निःसंदेह नगर पंचायत जावद में दर्ज है और इसके निवासी जावद की वोटर लिस्ट में, तो फिर इतने वर्ष पश्चात भी यहाँ पानी की सुविधा क्यूँ नहीं दी गई? 

जब मुख्यमंत्री पेयजल योजना के तहत पूरे नगर में नई और आधुनिक पाइप लाइन डाली गयी तो फिर RJS गोकुलधाम में क्यूँ नहीं?

जहाँ पूरा भारत वर्ष स्वच्छता अभियान के गीत गा रहा है तो फिर वो गीत गोकुलधाम में क्यूँ नही सुनाई देते?

क्यूँ?

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