बहुप्रतिक्षित नीमच- सिंगोली-कोटा नई रेल लाईन बिछाने के लिए अगस्त 2017 में शुरू हुआ प्रारंभिक सर्वे कार्य पूर्ण हो गया है। वर्तमान में सम्बंधित विभाग द्वारा विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है। रेलवे बोर्ड के निर्देशानुसार अब आगे की कार्रवाई शुरू होगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला सहकारी बैंक के डायरेक्टर चंद्रकांत मेहता ने दिसम्बर 2017 में रेलवे बोर्ड को पत्र लिखकर इस मामले में प्रगति रिपोर्ट जानना चाही थी। इस पर पश्चिम मध्य रेल्वे (जबलपुर) के उप मुख्य इंजीनियर द्वारा 13 अप्रैल 2018 को उन्हें पत्र प्रेषित कर अवगत कराया कि रेलवे बोर्ड के निर्देशानुसार नीमच -सिंगोली- कोटा नई रेल लाईन बिछाने के लिए शुरू किया गया प्रारंभिक सर्वे का कार्य पूर्ण एवं एलाईंमेन्ट का अनुमोदन हो चूका है। वर्तमान में सर्वे संबंधी रिपोर्ट तैयार करने का कार्य प्रगति पर है। आगे की कार्यवाही बोर्ड के निर्देशानुसार की जायेगी।
बतादे की फरवरी 2014 में तत्कालीन सांसद मिनाक्षी नटराज की पहल पर इस रेलवे लाईन के प्रस्ताव को मंजूरी मिली थी। प्रारंभ में सर्वे का कार्य उत्तर- पश्चिम रेलवे (मुंबई जोन) को सौपा गया था, लेकिन इसका अधिकांश भाग पश्चिम मध्य रेलवे (जबलपुर) के क्षेत्राधिकार में होने से उसने नीमच-सिंगोली-कोटा रेल लाईन के लिए सर्वे कार्य करने से इंकार कर दिया। बाद में रेलवे बोर्ड ने उसके पत्र क्रमांक बी 9/1 दिनांक 21-7-2014 के आधार पर आदेश निरस्त कर दिया। जैसे ही इस लाईन के लिए प्रयासरत क्षेत्र के लोगों को यह जानकारी मिली उन्होंने तुरंत रेलवे बोर्ड सहित सबंधित मंत्री और अधिकारियों से संपर्क साधा और इस महत्ति रेल लाईन के निर्माण के लिए दबाव बनाया। दिसंबर 2016 में तत्कालीन रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने बोर्ड को निर्देश देकर मामले में उचित कार्यवाही करने को कहा। जनवरी 2017 में बोर्ड ने प्रस्ताव पश्चिम -मध्य रेलवे जबलपुर जोन को स्थानांतरित करते हुए निर्देशित कर रेल लाईन के लिए सर्वे करवाने को कहा। मार्ग के एलाइनमेंट का अनुमोदन होने के बाद अगस्त 2017 में पमरे ने इस रेल लाईन के लिए प्रारंभिक इंजिनियरिग एवं यातायात सर्वेक्षण कार्य प्रारम्भ किया जो फरवरी 2018 तक चला। मार्च 2018 में निर्माण विभाग द्वारा सर्वे संबंधी रिपोर्ट तैयार करने का कार्य शुरू किया गया जो अब पूर्णता की और है। रिपोर्ट तैयार होने के बाद इसे रेलवे बोर्ड को भेजा जायेगा, तत्पश्चात बोर्ड जो भी निर्देश देगा उसके अनुसार आगे की कार्यवाही शुरू की जायेगी।
*रेल मार्ग एक नजर में*
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रेल मार्ग --- नीमच-सिंगोली-कोटा।
प्रस्तावित मार्ग - नीमच से जावद, सरवानिया, डीकेन, रतनगढ़, झांतला, सिंगोली, भैंसरोडगढ़, रावतभाटा, कोटा तक
दुरी - 150 किलोमीटर।
राज्य कनेक्टिविटी - मध्यप्रदेश 70 किलोमीटर, राजस्थान 80 किलोमीटर लगभग।
लाभान्वित क्षेत्र - दोनों राज्यो के चार जिलों की छह तहसीलों के लगभग 325 गाँव कस्बो के लाखों लोगो को फायदा मिलेगा।
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