@Habib Rahi
जावद।होसले अगर बुलंद हों तो मंजिल कदम चूमती है। इस कहावत को साकार कर दिखाया है एक सब्ज़ी बेचने वाले की बेटी ने।परीक्षा में टॉप कर एक नजीर पेश की है। साथ ही उन लोगों को भी जवाब दिया है, जो लड़कियों को लड़कों से कमतर आंकते हैं।राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 12वीं आर्ट्स परीक्षा का परिणाम 1 जून 2018 को जारी कर दिया गया।जिसमे जावद की बहू ने पूरे राजस्थान मे नाम रोशन किया।रेशमा ने कक्षा 12 कला वर्ग मे 89.80 प्रतिशत अंक प्राप्त कर उदयपुर ब्लॉक मे प्रथम स्थान प्राप्त किया।
इनके पीरो मुरशिद हज़रत सैयद मोहमद आकिल अख्तरुल क़ादरी साहब (शहर काज़ी साहब जावद) ने बहु की कामयाबी पर परिवार वालो को मुबारकबाद दी और दुआओं से नवाज़ा।
मुबारीक मेवफसोश(गुड्डू)नीमच दरवाजा सब्जी का ठेला लगाते है रेशमा की 28 अक्टुबर को जावद शादी हुई।अपने ससुराल जावद से शादी के बाद अध्ययन के लिए कुराबड़ा(उदयपुर)भेज दिया गया।पुरे ससुराल पक्ष ने पढ़ाई के लिए प्रेरित किया।
रेशमा बानो कुराबड़(उदयपुर) की है वो अपने नाना नानी के यहां बीते पांच साल साल से रहकर अध्ययन कर रही है मूलतः उदयपुर मे फल बेचकर धंधा करने वाले माता पिता की लाड़ली की जावद शादी की।अपनी सफलता का श्रेय रेशमा अपने परिवार को देती हैं. वह बताती हैं, सीमित संसाधन, तंग हालात और जीवन के तमाम उतार-चढ़ाव के बीच परिवार और ससुराल के सदस्य उनकी ताकत बने.
0 Comments