दिल्ली पहुंचे सीएम कमलनाथ, राहुल गांधी फाइनल करेंगे मंत्रियों के नाम; इन्हें मिल सकता है मंत्रालय

भोपाल. मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल के गठन को लेकर कवायद तेज हो गई है। मुख्यमंत्री कमलनाथ गुरुवार को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मुलाकात करने के बाद दिल्ली पहुंच गए हैं। माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल में फाइनल मुहर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी लगाएंगे। कमलनाथ शुक्रवार को मध्यप्रदेश के पर्यवेक्षक पूर्व रक्षामंत्री एके एंटोनी से मुलाकात करेंगे। उसके बाद राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे।

जनवरी में होगा पहला सत्र
दिल्ली रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर विधानसभा सत्र और मंत्रियों के शपथ को लेकर चर्चा की। बताया जा रहा है कि 15वीं विधानसभा का पहला सत्र 7 जनवरी से शुरू होगा। 8 जनवरी को राज्यपाल का अभिभाषण होगा। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल 25 दिसंबर की शाम से 30 दिसंबर तक ठुट्टी पर रहेंगी। ऐसे में यह माना जा रहा है कि आनंदी बेन पटेल के छुट्टी में जाने से पहले ही मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह पूरा होगा। कमलनाथ कैबिनेट में पहली बार 20 मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, मंत्रियों के नामों पर अंतिम मुहर राहुल ही लगाएंगे।

लोकसभा चुनाव को देखते हुए होगा कैबिनेट विस्तार
कमलनाथ मंत्रिमडल का गठन आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए किया जाएगा। कमलनाथ कैबिनेट में वरिष्ठता के साथ ही जातिगत समीकरण का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा। इसके साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय के खेमों को भी कैबिनेट में जगह मिलेगी। कमलनाथ ने मीडिया से बात करते हुए बताया था कि पहली बार जीतकर आने वाले विधायकों को मंत्री नहीं बनाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि मंत्रिमंडल में सपा-बसपा को शामिल करेंगे या नहीं इसका फैसला अभी नहीं होगा क्योंकि दोनों ही दलों ने समर्थन के लिए कोई शर्त नहीं रखी थी।

ये बन सकते हैं मंत्री
मध्य से पीसी शर्मा और अकील का नाम। मध्य क्षेत्र से पांच मंत्री बनाने की चर्चा है। इसमें भोपाल उत्तर से आरिफ अकील, राजस्व मंत्री उमा शंकर गुप्ता को हराने वाले दक्षिण भोपाल से विधायक पीसी शर्मा, डा. प्रभु राम चौधरी, दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह और जयवर्धन सिंह को मंत्री बनाया जा सकता है।

मालवा-निमाड़ से हो सकते हैं 11 मंत्री: कमलनाथ के करीबी माने जाने वाले पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, हुकूम सिंह कराड़ा, विजय लक्ष्मी साधौ, बाला बच्चन, तुलसी सिलावट, उमंग सिंगार, जीतू पटवारी, सचिन यादव, राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, दिलीप सिंह गुर्जर या रामलाल मालवीय मंत्री बनने की दौड़ में हैं। 

विंध्य से बिसाहू लाल और कमलेश्वर पटेल का नाम सबसे आगे है। ग्वालियर-चंबल अंचल से छह विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है। इनमें डॉ. गोविंद सिंह, केपी सिंह, एंदल सिंह कंसाना, लाखन सिंह, प्रद्मनयु सिंह और इमरती देवी प्रमुख हैं। बुंदेलखंड के जिन चार विधायकों को मौका मिल सकता है उनमें ब्रजेंद्र सिंह राठौर, गोविंद सिंह राजपूत, हर्षयादव और विक्रम सिंह शामिल हैं। 

इसके अलावा महाकौशल से 7 मंत्रियों को कमलनाथ की टीम में लेने की चर्चा है। इनमें एनपी प्रजापति, तरुण भानौत, दीपक सक्सेना, लखन घनघोरिया, ओमकार सिंह मरकाम, सुखदेव पांसे, हिना कावरे शामिल हो सकते हैं। इनके अलावा कांग्रेस को समर्थन देने वाले दो निर्दलीय विधायकों प्रदीप जायसवाल और सुरेंद्र सिंह (शेरा) भी मंत्री बन सकते हैं।

ये बन सकते हैं विधानसभा अध्यक्ष
विधानसभा अध्यक्ष बनने की हौड़ में डॉ. गोविंद सिंह, केपी सिंह, डॉ. विजय लक्ष्मी साधौ, एनपी प्रजापति भी शामिल हैं। इनमें से किसी को यह पद सौंपा जा सका है।

Post a Comment

0 Comments