नीमच। चंगेरा और डूंगलावदा के बीच जावद चौराहा पर नई मंडी परिसर का पहला चरण 21 करोड़ 65 लाख रुपए से अधिक की लागत में आकार ले रहा है। सभी निर्माण कार्य जुलाई 2019 तक पूर्ण होने की संभावना है। इसलिए वर्तमान में नई मंडी परिसर में निर्माण कार्य तेज गति से जारी है। इसके बनते ही लहसुन-प्याज मंडी यहां शिफ्ट हो जाएगी। इससे किसानों को तो सहूलियत होगी ही, शहरवासियों को भी बार-बार लगने वाले यातायात जाम से निजात मिलेगी।
मुख्य कृषि उपज मंडी रेलवे स्टेशन रोड पर संचालित होती है। दो भागों में बंटे मुख्य मंडी परिसर के एक भाग में अनाज और दूसरे भाग में लहसुन-प्याज मंडी संचालित होती है। शहर के बीचों-बीच होने से मंडी में माल की आवक अधिक होने से लोगों को कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई बार शहर के रेलवे स्टेशन और कि लेश्वर रोड पर जाम के हालात बनते हैं। इतना ही नहीं, मंडी परिसर छोटा पड़ने से कि सान, व्यापारी, हम्माल, तुलावटी और अन्य पक्षों को भी असुविधा होती थी। इन्हीं परेशानियों को देखते हुए मंडी बोर्ड ने शहर में नई मंडी को विकसित करने की मंजूरी दी थी। चंगेरा और डूंगलावदा गांव के बीच करीब 36 हेक्टेयर में नया मंडी परिसर विकसित कि या जा रहा है। करीब 200 करोड़ से अधिक की लागत से करीब 5 चरणों में यह मंडी विकसित होगी। वर्तमान में मंडी का पहला चरण विकसित करने का काम कि या है। पहले चरण में पहले सेक्टर में करीब 21 करोड़ 65 लाख 65 हजार से अधिक की लागत में कई निर्माण कार्य कि ए जा रहे हैं। टेंडर शर्तों के अनुसार यह सभी कार्य जुलाई 2019 तक पूर्ण होना है। इस कारण मंडी परिसर में निर्माण कार्य बेहद तेज गति से कि ए जा रहे हैं। मंडी के अधिकारी और इंजीनियर इन निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का ख्याल भी रख रहे हैं।
एक निगाह में निर्माण कार्य
- नवीन मंडी प्रागंण में बाह्य विद्युतीकरण कार्य करीब 53 लाख 19 हजार में होना है। यह कार्य 11 नवंबर 2018 तक पूर्ण होना था, लेकि न महज 15 फीसदी पूर्ण हो सका है।
- नई मंडी में नलकू प खनन का कार्य करीब 4 लाख 58 हजार रुपए की लागत से होना है। यह कार्य 8 जुलाई 2018 तक पूर्ण होना था, लेकि न सिर्फ 80 फीसदी ही पूर्ण हो सका है।
- 7 करोड़ 89 लाख 27 लाख रुपए की लागत से कवर्ड भोड मय ट्रॉली, सेक्टर कार्यालय भवन, सुलभ शौचालय, पंप हाउस व विद्युतीकरण कार्य होना है। यह 7 जुलाई 2019 तक पूरा होने की समय सीमा निर्धारित है। वर्तमान में करीब 15 फीसदी पूरा हो सका है।
- 13 करोड़ 18 लाख 61 हजार रुपए की लागत से नई मंडी परिसर में सेक्टर क्रमांक 1 और हाई-वे प्रवेश द्वार से चंगेरा साइड प्रवेश द्वार तक मुख्य मार्ग, स्लेव कवर्ड 2 और पाइप कवर्ड 2 नग का निर्माण होना है। इसके निर्माण की समय सीमा 23 जून 2019 निर्धारित है। यह लगभग 30 फीसदी पूरा हो चुका है।
-
नई मंडी बनने से यह होगा लाभ
- कि सानों को जाम, असुरक्षा व मूलभूत सुविधाओं की कमी से मुक्ति मिलेगी।
- बेहतर मंडी परिसर में व्यापारियों को गोदाम और कारोबार के लिए दुकानें मिल सकेंगी।
- हम्माल और तुलावटी को भी बेहतर परिवेश में काम करने का मौका मिलेगा।
- मंडी के साथ संबंधित क्षेत्र का भी बेहतर तरीके से विकास होगा।
(जानकारी- कृषि उपज मंडी समिति नीमच कार्यालय से प्राप्त।)
0 Comments